"पोथी पढ़कर जग मुआ, पंडित भया न कोई"
क्या हम अपना खाना खुद उगाते है?
क्या हम अपना खाना उगा सकते है?
क्या हम अपना खाना खुद पकाते है?
क्या हम अपना खाना पका सकते है?
क्या हम अपना कपडा बूनते है?
क्या हम अपना कपडा बून सकते है?
क्या हम अपना घर खुद बनाते है?
क्या हम अपना घर खुद बनाते है?
क्या हम अपना घर बना सकते है?
क्या हम जानते है हमारे घर के नल में पानी कहाँ से आता है?
क्या हम जानते है की जो अनाज सब्ज़ी फल हम खाते है कहाँ से आते है?
क्या हम जानते है की जो बिजली हमारे घर को रोशन करती है वो कहाँ से आती है?
क्या हम जानते है की जो बिजली हमारे घर को रोशन करती है वो कहाँ से आती है?
क्या हम जानते है की हमारी इन ज़रूरतों के लिए कौन श्रम करते रहे है?
क्या हम उनसे कभी मिले है?
क्या हम उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानते है?