December 20, 2012



एक कार्यशाला
पांच दिन
तेईस लोग
अठरा महिलाएं

नयी पहचान
पुराने सवाल
वही संघर्ष
साथ साथ

हसना गाना
रोना छेड़ना
दिल के दर्द
ज़िन्दगी के पल

हार न मानना
जिंदा रहना
उमंग उम्मीद
से कदम बढ़ाना

रास्ता निकलना
थक न जाना
लड़ते रहना
हार न कहना

जीने की इच्छा
खुद पर विश्वास
क्या कहना क्या कहना
सलाम बहना सलाम बहना

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